मोराटोरियम का लाभ लेकर डेविड कार्ड पर लिए कर्ज की ईएमआई 3 महीने न देने पर देना होगा अतिरिक्त ब्याज
जिन लोगों के डेविड कार्ड का बकाया है और वो RBI की घोषणा का लाभ उठाकर भुगतान टालना चाहते हैं तो इससे पहले आपका ये जानना जरूरी की इसके लिए आपको कितने रुपए अतिरिक्त देने होंगे। बैंकिंग रेगुलेटर ने बैंकों और नॉन बैंकिंग फाइनैंस कंपनियों (NBFC) के कर्जधारियों को सभी टर्म लोन पर तीन महीने का मोराटोरियम देने का ऐलान किया है। इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स कस्टमर्स को डेबिड कार्ड ड्यू का रिपेमेंट समय पर करने की सलाह दे रहे हैं। हम आपको बता रहे हैं कि आप सरकार की योजना का लाभ लेते हैं तो आपको कितने रुपए अतिरिक्त चुकाने होंगे।
ये छूट नहीं बस अतिरिक्त समय दिया गया है
डेबिट कार्ड ईएमआई आमतौर पर 3, 6, 9 और 12 महीने के कार्यकाल के लिए उपलब्ध होते हैं। इनकी क़िस्त आपके बचत खाते से जॉइंट होती हैं। डेबिट कार्ड ईएमआई टर्म लोन के दायरे में आते हैं। सभी बैंकों ने अपनी वेबसाइटों पर इस तथ्य पर जोर दिया है कि यह तीन महीने का समय दे रहे हैं और यह कोई छूट नहीं है। 3 महीने बाद आपको अतिरिक्त ब्याज के साथ भुगतान करना होगा। डेबिट कार्ड ईएमआई पर ब्याज दर लगभग 14-16 प्रतिशत है।
कितने ज्यादा रुपए देने होंगे?
उदाहरण के लिए, आपके डेबिट कार्ड पर छह महीने के लिए 50 हजार को लोन लिया है तो जिस पर आपको 16 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज देना होता है तो आपको कितने ज्यादा रुपए देना होंगे
मोराटोरियम सेपहले ईएमआई
मोराटोरियम के बाद ईएमआई
इस तरह से मोराटोरियम का लाभ लेने पर आपको हर महीने 349 रुपए ज्यादा देने होंगे।
क्या है सरकार की घोषणा?
आरबीआई ने टर्म लोन की किश्त चुकाने में तीन महीने की छूट दी है। सभी कमर्शियल, रीजनल, रूरल, एनबीएफसी और स्मॉल फाइनेंस बैंकों को सभी तरह के टर्म लोन की ईएमआई वसूलने से रोक दिया गया है। ग्राहक खुद चाहें तो भुगतान कर सकते हैं, बैंक दबाव नहीं डालेंगे। क्रेडिट कार्ड के बकाया भुगतान पर भी तीन महीने की छूट लागू होगी। इसके तहत अगले तीन महीने तक ऐसे किसी भी व्यक्ति के खाते से किश्त नहीं कटेगी, जिन्होंने कर्ज ले रखा है। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर भी असर नहीं पड़ेगा। तीन महीने तक लोन की किश्त नहीं चुका पाएंगे तो इसे डिफॉल्ट नहीं माना जाएगा। तीन महीने की अवधि के बाद आपकी ईएमआई दोबारा शुरू हो जाएंगी। हालांकि, इसके ये मायने नहीं हैं कि बकाया कभी चुकाना ही नहीं होगा, मोहलत सिर्फ तीन महीने की है। बस तीन महीने टाल सकते हैं, बाद में पेमेंट करना होगा। यह कदम इस मकसद से उठाया गया है कि लॉकडाउन की वजह से जिनके पास वाकई नकदी की कमी होती है तो उन्हें कर्ज के भुगतान में कुछ समय मिल जाए।

जिन लोगों के डेविड कार्ड का बकाया है और वो RBI की घोषणा का लाभ उठाकर भुगतान टालना चाहते हैं तो इससे पहले आपका ये जानना जरूरी की इसके लिए आपको कितने रुपए अतिरिक्त देने होंगे। बैंकिंग रेगुलेटर ने बैंकों और नॉन बैंकिंग फाइनैंस कंपनियों (NBFC) के कर्जधारियों को सभी टर्म लोन पर तीन महीने का मोराटोरियम देने का ऐलान किया है। इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स कस्टमर्स को डेबिड कार्ड ड्यू का रिपेमेंट समय पर करने की सलाह दे रहे हैं। हम आपको बता रहे हैं कि आप सरकार की योजना का लाभ लेते हैं तो आपको कितने रुपए अतिरिक्त चुकाने होंगे।
ये छूट नहीं बस अतिरिक्त समय दिया गया है
डेबिट कार्ड ईएमआई आमतौर पर 3, 6, 9 और 12 महीने के कार्यकाल के लिए उपलब्ध होते हैं। इनकी क़िस्त आपके बचत खाते से जॉइंट होती हैं। डेबिट कार्ड ईएमआई टर्म लोन के दायरे में आते हैं। सभी बैंकों ने अपनी वेबसाइटों पर इस तथ्य पर जोर दिया है कि यह तीन महीने का समय दे रहे हैं और यह कोई छूट नहीं है। 3 महीने बाद आपको अतिरिक्त ब्याज के साथ भुगतान करना होगा। डेबिट कार्ड ईएमआई पर ब्याज दर लगभग 14-16 प्रतिशत है।
कितने ज्यादा रुपए देने होंगे?
उदाहरण के लिए, आपके डेबिट कार्ड पर छह महीने के लिए 50 हजार को लोन लिया है तो जिस पर आपको 16 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज देना होता है तो आपको कितने ज्यादा रुपए देना होंगे
मोराटोरियम सेपहले ईएमआई
लोन अमाउंट(रु.) | लोन की अवधि | लोन ईएमआई (रु.) |
50,000 | 6 महीने | 8,727 |
लोन अमाउंट | लोन की अवधि | लोन ईएमआई (रु.) |
50,000 | 6 महीने | 9,076 |
क्या है सरकार की घोषणा?
आरबीआई ने टर्म लोन की किश्त चुकाने में तीन महीने की छूट दी है। सभी कमर्शियल, रीजनल, रूरल, एनबीएफसी और स्मॉल फाइनेंस बैंकों को सभी तरह के टर्म लोन की ईएमआई वसूलने से रोक दिया गया है। ग्राहक खुद चाहें तो भुगतान कर सकते हैं, बैंक दबाव नहीं डालेंगे। क्रेडिट कार्ड के बकाया भुगतान पर भी तीन महीने की छूट लागू होगी। इसके तहत अगले तीन महीने तक ऐसे किसी भी व्यक्ति के खाते से किश्त नहीं कटेगी, जिन्होंने कर्ज ले रखा है। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर भी असर नहीं पड़ेगा। तीन महीने तक लोन की किश्त नहीं चुका पाएंगे तो इसे डिफॉल्ट नहीं माना जाएगा। तीन महीने की अवधि के बाद आपकी ईएमआई दोबारा शुरू हो जाएंगी। हालांकि, इसके ये मायने नहीं हैं कि बकाया कभी चुकाना ही नहीं होगा, मोहलत सिर्फ तीन महीने की है। बस तीन महीने टाल सकते हैं, बाद में पेमेंट करना होगा। यह कदम इस मकसद से उठाया गया है कि लॉकडाउन की वजह से जिनके पास वाकई नकदी की कमी होती है तो उन्हें कर्ज के भुगतान में कुछ समय मिल जाए।
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