842 अंक ऊपर खुला डाउ जोंस; शंघाई कम्पोसिट और कोस्पी समेत दुनियाभर के बाजारों में तेजी, 10 साल में एक दिन की सबसे बड़ी तेजी के साथ बंद हुए सेंसेक्स-निफ्टी
मंगलवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ खुले। डाउ जोंस 3.71 फीसदी की बढ़त के साथ 842 अंक ऊपर खुला। नैस्डैक 2.68 फीसदी की बढ़त के साथ 212 अंक ऊपर और एसएंडपी 3.18 फीसदी की बढ़त के साथ 84 अंक ऊपर खुला। बाजार खुलते समय डाउ जोंस 23522, नैस्डैक 8125 और एसएंडपी 2748 अंक पर कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को लगभग दुनियाभर के लगभग सभी बाजारों में तेजी रही। चीन का शंघाई कम्पोसिट 56 अंक ऊपर, हॉन्ग-कॉन्ग का हैंगसैंग 504 अंक ऊपर, साउथ कोरिया का कोस्पी 31 अंक और जापान का निक्केई 373 अंक ऊपर बंद हुआ।
अमेरिका में 10 हजार के पार हुआ कोरोना से मरने वालों की संख्या
अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, इसी लेकर भी निवेशक घबराएं हुए हैं। अमेरिका में संक्रमितों की संख्या तीन लाख 68 हजार के पार पहुंच चुकी है और अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। व्हाइट हाउस के अधिकारी डेबोराह बीरक्स ने पिछले मंगलवार को कहा था कि अगर देश में सोशल डिस्टेंसिंग बना रहता है तो भी कोरोना से मरने वालों की संख्या एक लाख से दो लाख 40 हजार तक हो सकती है।
सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे अमेरिकी बाजारों
सोमवार को डाउ जोंस 1627 अंक यानी 7.73 फीसदी की बढ़त के साथ 22680 अंक पर बंद हुआ जबकि नैस्डैक 540 अंक यानी 7.33 फीसदी बढ़त के साथ 7913 अंक ऊपर और एसएंडपी 175 अंक यानी 7.03 फीसदी की बढ़त के साथ 2663 अंक पर ऊपर बंद हुआ।
10 साल में एक दिन की सबसे बड़ी तेजी के साथ बंद हुए भारतीय बाजार
तीन दिन की छुट्टी के बाद आज सप्ताह में कारोबार के पहले दिन भारतीय बाजार बढ़त के साथ खुलने में कामयाब रहे। सेंसेक्स 1224 अंक और निफ्टी 362 पॉइंट ऊपर खुले। ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स 2500 अंक पार कर गया। बाजार बंद होने पर सेंसेक्स ने 2476.26 अंक या 8.97% ऊपर 30,067.21 पर और निफ्टी 708.40 पॉइंट या 8.76% ऊपर 8,792.20 का करोबार किया। 10 साल में ये एक दिन की सबसे बड़ी तेजी है। इससे पहले शुक्रवार, 3 अप्रैल को बाजारों में गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स ने 591.07 अंक नीचे 27,674.24 पर और निफ्टी ने 170.00 पॉइंट नीचे 8,083.80 का करोबार खत्म किया था।
बाजार में बढ़त के प्रमुख कारण
मंगलवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ खुले। डाउ जोंस 3.71 फीसदी की बढ़त के साथ 842 अंक ऊपर खुला। नैस्डैक 2.68 फीसदी की बढ़त के साथ 212 अंक ऊपर और एसएंडपी 3.18 फीसदी की बढ़त के साथ 84 अंक ऊपर खुला। बाजार खुलते समय डाउ जोंस 23522, नैस्डैक 8125 और एसएंडपी 2748 अंक पर कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को लगभग दुनियाभर के लगभग सभी बाजारों में तेजी रही। चीन का शंघाई कम्पोसिट 56 अंक ऊपर, हॉन्ग-कॉन्ग का हैंगसैंग 504 अंक ऊपर, साउथ कोरिया का कोस्पी 31 अंक और जापान का निक्केई 373 अंक ऊपर बंद हुआ।
अमेरिका में 10 हजार के पार हुआ कोरोना से मरने वालों की संख्या
अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, इसी लेकर भी निवेशक घबराएं हुए हैं। अमेरिका में संक्रमितों की संख्या तीन लाख 68 हजार के पार पहुंच चुकी है और अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। व्हाइट हाउस के अधिकारी डेबोराह बीरक्स ने पिछले मंगलवार को कहा था कि अगर देश में सोशल डिस्टेंसिंग बना रहता है तो भी कोरोना से मरने वालों की संख्या एक लाख से दो लाख 40 हजार तक हो सकती है।
सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे अमेरिकी बाजारों
सोमवार को डाउ जोंस 1627 अंक यानी 7.73 फीसदी की बढ़त के साथ 22680 अंक पर बंद हुआ जबकि नैस्डैक 540 अंक यानी 7.33 फीसदी बढ़त के साथ 7913 अंक ऊपर और एसएंडपी 175 अंक यानी 7.03 फीसदी की बढ़त के साथ 2663 अंक पर ऊपर बंद हुआ।
10 साल में एक दिन की सबसे बड़ी तेजी के साथ बंद हुए भारतीय बाजार
तीन दिन की छुट्टी के बाद आज सप्ताह में कारोबार के पहले दिन भारतीय बाजार बढ़त के साथ खुलने में कामयाब रहे। सेंसेक्स 1224 अंक और निफ्टी 362 पॉइंट ऊपर खुले। ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स 2500 अंक पार कर गया। बाजार बंद होने पर सेंसेक्स ने 2476.26 अंक या 8.97% ऊपर 30,067.21 पर और निफ्टी 708.40 पॉइंट या 8.76% ऊपर 8,792.20 का करोबार किया। 10 साल में ये एक दिन की सबसे बड़ी तेजी है। इससे पहले शुक्रवार, 3 अप्रैल को बाजारों में गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स ने 591.07 अंक नीचे 27,674.24 पर और निफ्टी ने 170.00 पॉइंट नीचे 8,083.80 का करोबार खत्म किया था।
बाजार में बढ़त के प्रमुख कारण
- ऐसी खबरें हैं कि सरकार लॉकडाउन को समय पर हटा सकती है। अधिकारी ऐसी जगहों पर से लॉकडाउन हटाने का विचार कर रहे हैं जहां पर कोरोनावायरस का संक्रमण कम है। ऐसे में व्यवसाय से जुड़े लोगों को राहत मिल सकती है।
- भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन के अमेरिका एक्सपोर्ट पर मुहर लगा दी। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन भारत में मलेरिया के इलाज की पुरानी और सस्ती दवा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच देश के स्वास्थ्यकर्मी यह दवा एंटी-वायरल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके चलते सरकार ने पिछले महीने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
- भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा 1.3 अरब डॉलर (लगभग 10 हजार करोड़ रुपये) के निवेश की खबरों का भी घरेलू निवेशकों पर सकारात्मक असर पड़ा। दरअसल, विभिन्न क्षेत्रों में एफपीआई निवेश की सीमा को बढ़ा दिया गया है, जिसकी वजह से पैसिव फ्लो विदेशी निवेश में बढ़ोतरी होनी तय है।
- क्रूड प्रोडक्शन कट पर सहमति बनने के संकेत मिल रहे हैं. इस पर रूस और सऊदी अरब के बीच करार संभव है. एसकोर्ट सिक्योरिटी के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से कई देशों की अर्थव्यवस्था को सहारा मिलता है।
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