कोरोना के कारण मार्च से जून के बीच क्रिकेट नहीं हो सका। 8 जुलाई से इंग्लैंड और विंडीज के बीच टेस्ट सीरीज शुरू हुई। कोरोना सब्सिटिट्यूट का नियम आ गया है। इस कारण टीम के साथ बड़ी संख्या में रिजर्व खिलाड़ी दौरे पर जा रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए विंडीज ने 25 खिलाड़ी भेजे थे। अमूमन 15 सदस्यीय टीम दौरे पर आती है। इसमें 10 रिजर्व थे।
पाकिस्तान ने टेस्ट के साथ टी-20 सीरीज के लिए 29 खिलाड़ियों को भेजा है। ऐसे में अगर लीग या घरेलू मुकाबले इस दौरान होते हैं तो ये खिलाड़ी उसमें नहीं खेल सकेंगे। यानी करिअर छोटा हाे रहा है। शोएब मलिक और वहाब रियाज जैसे कई टी-20 विशेषज्ञ खिलाड़ी पाक टीम में शामिल हैं। इस कारण वे सीपीएल में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम भी प्रभावित हो सकती है
दिसंबर में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है। हमारे भी 25 से 30 खिलाड़ी दौरे पर भेजे जा सकते हैं। दौरे पर टीम को टेस्ट और वनडे दोनों सीरीज खेलनी है। इसमें 10-12 खिलाड़ियों को न तो घरेलू टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलेगा और न वह ऑस्ट्रेलिया में खेल पाएंगे। ऑस्ट्रेलिया की टीम भी पिछले दिनों इंग्लैंड पहुंची है। कुल 21 खिलाड़ी दौरे पर गए हैं।
नए खिलाड़ियों के लिए अवसर भी
कोरोना का पॉजिटिव असर भी देखने को मिल रहा है। इंग्लैंड ने टेस्ट और सीमित ओवर के लिए अलग-अलग टीम चुनी है। इससे तीनों फॉर्मेट खेलने वाले खिलाड़ियों को नुकसान हो रहा है। लेकिन नए खिलाड़ियों के लिए यह मौका है।
खिलाड़ी नहीं बदले जा सकते
ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर ने कहा कि हमारी टीम बड़ी होगी, बायो सिक्योर व्यवस्था के कारण खिलाड़ी बार-बार नहीं बदले जा सकते। इससे कई बेहतरीन खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट में नहीं खेल पाएंगे। यह झटका है।
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