मलेशिया में डॉक्टर्स की जगह रोबोट करेगा संक्रमितों का इलाज, इसमें लगे कैमरे व स्क्रीन से पेशेंट और डॉक्टर्स बात कर सकेंगे
स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमित होने से बचाने के लिए दुनियाभर में हर संभव कोशिशें की जा रही हैं। मलेशिया के वैज्ञानिकों ने भी एक रोबोट तैयार किया है जिसका नाम है मेडिबोट। इसकी लंबाई लगभग 5 फीट है। इसमें कैमरा और स्क्रीन लगी है, जिसकी मदद से मरीज दूर से ही डॉक्टरों से बात कर सकते हैं। रोबोट कई मेडिकल उपकरणों से लैस है, जिसकी मदद से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखते हुए मरीज की जांच की जा सकेगी। इसे बनाने में करीब 27 लाख रुपए का खर्च आया है।
दूर से माप सकेंगे मरीज का तापमान
इसे इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी, मलेशिया के वैज्ञानिकों ने तैयार किया है। इसके पीछे उद्देश्य सिर्फ यही है कि कोरोना संक्रमितों की देखभाल और इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमितों होने से बचाया जा सके। यह रोबोट सभी जरूरी मेडिकल उपकरणों से लैस है। इसमें थर्मामीटर भी लगा है, जिससे मरीज के शरीर का तापमान मापा जा सके।
मलेशिया में कोरोना से 89 लोगों की मौत हो चुकी है
टीम मेंबर्स जुल्किफली ज़ैनल आबिदीन ने बताया कि इसे बनाने में लगभग 27 लाख रुपए का खर्च आया है। जल्द ही प्रायवेट हॉस्पिटल्स में इसका ट्रायल शुरू किया जाएगा। ट्रायल सक्सेस होने पर इसे गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में इस्तेमाल किया जाएगा, जहां कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है। मलेशिया में कोरोनावायरस के अबतक 5425 मामले सामने आ चुके हैं और 89 लोगों की मौत हो चुकी है

स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमित होने से बचाने के लिए दुनियाभर में हर संभव कोशिशें की जा रही हैं। मलेशिया के वैज्ञानिकों ने भी एक रोबोट तैयार किया है जिसका नाम है मेडिबोट। इसकी लंबाई लगभग 5 फीट है। इसमें कैमरा और स्क्रीन लगी है, जिसकी मदद से मरीज दूर से ही डॉक्टरों से बात कर सकते हैं। रोबोट कई मेडिकल उपकरणों से लैस है, जिसकी मदद से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखते हुए मरीज की जांच की जा सकेगी। इसे बनाने में करीब 27 लाख रुपए का खर्च आया है।
दूर से माप सकेंगे मरीज का तापमान
इसे इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी, मलेशिया के वैज्ञानिकों ने तैयार किया है। इसके पीछे उद्देश्य सिर्फ यही है कि कोरोना संक्रमितों की देखभाल और इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमितों होने से बचाया जा सके। यह रोबोट सभी जरूरी मेडिकल उपकरणों से लैस है। इसमें थर्मामीटर भी लगा है, जिससे मरीज के शरीर का तापमान मापा जा सके।
मलेशिया में कोरोना से 89 लोगों की मौत हो चुकी है
टीम मेंबर्स जुल्किफली ज़ैनल आबिदीन ने बताया कि इसे बनाने में लगभग 27 लाख रुपए का खर्च आया है। जल्द ही प्रायवेट हॉस्पिटल्स में इसका ट्रायल शुरू किया जाएगा। ट्रायल सक्सेस होने पर इसे गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में इस्तेमाल किया जाएगा, जहां कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है। मलेशिया में कोरोनावायरस के अबतक 5425 मामले सामने आ चुके हैं और 89 लोगों की मौत हो चुकी है
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