टी-20 लीग इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए खतरा बन गया है। फुटबॉल और बास्केटबॉल की तर्ज पर क्रिकेट भी बढ़ रहा है। खिलाड़ी लीग को प्राथमिकता दे रहे हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली की बात करें तो उन्होंने 2010 से 82 इंटरनेशनल टी-20 खेले हैं, इस दौरान टीम ने 109 मैच खेले। आईपीएल में कोहली ने 2008 से 177 मैच खेले हैं। जबकि टीम ने 181 मैच खेले।
बीसीसीआई को इंटरनेशनल क्रिकेट से जितना रेवेन्यू मिलता है, उसका दोगुना रेवेन्यू हर साल आईपीएल से मिल जाता है। भविष्य में द्विपक्षीय सीरीज कम होंगी।
आईपीएल में टीमें बढ़ेंगी
क्रिकेट में बीसीसीआई दुनिया के अन्य बोर्ड पर भारी है। 2023 से आईपीएल में टीमों की संख्या बढ़ाई जानी है। ऐसे में भारत के अन्य टीमों के साथ होने वाले मैच कम हो जाएंगे। इससे उन देशों के रेवेन्यू पर असर होगा। ऐसे में सभी देश लीग के आयोजन से रेवेन्यू बढ़ाने की तैयारी कर रहे।
कमिंस को आईपीएल में 4 गुना ज्यादा पैसे मिले
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस को 2019 में सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के तहत 4 करोड़ 17 लाख मिले। टेस्ट के नंबर-1 गेंदबाज ने 2019 में 7 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। इसके उन्हें लगभग 8 लाख मिले। ऐसे में उन्हें कुल 4.25 करोड़ की राशि मिली।
यदि आईपीएल की बात की जाए तो 2020 में कोलकाता नाइटराइडर्स ने उन्हें 15.15 करोड़ रुपए में खरीदा है। उन्हें लीग में 14 से 17 मैच खेलने पड़ेंगे। यानी औसत एक मैच के लगभग 1 करोड़ रुपए।
कोरोना के कारण खर्च बढ़ेगा, इसलिए टीमें इंटरनेशनल सीरीज कम खेलेंगी
इंटरनेशनल सीरीज का खर्च बढ़ेगा। इसमें वेन्यू को बायो-सिक्योर बनाना, चार्टर्ड प्लेन और टीमों को क्वारेंटाइन करना शामिल है। रेवेन्यू कम आएगा। वेस्टइंडीज बोर्ड के चीफ एक्जीक्यूटिव जॉनी ग्रेव ने कहा कि न्यूजीलैंड में हमें तीन टी20 और तीन वनडे खेलने हैं। बढ़े खर्च के कारण यह संभव नहीं।
वहीं, लीग पर दबाव कम होगा। इसमें विदेशी खिलाड़ी कम होते हैं। कैरेबियन प्रीमियर लीग ने कहा है कि वे बिना विदेशी खिलाड़ियों के भी लीग कराने को तैयार हैं।
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