पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने फैंस के साथ 1999 वर्ल्ड कप की यादों को शेयर किया। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट के बीच में ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने खिलाड़ियों से अपने परिवार को घर भेजने के लिए कह दिया था। मुश्ताक ने यह बात नहीं मानी और पत्नी को होटल की अलमारी में छिपा दिया था, लेकिन अजहर महमूद और यूसुफ ने उन्हें पकड़ लिया था।
1999 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम फाइनल तक पहुंची थी। टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से हराकर दूसरी बार खिताब जीता था। मैच में पाकिस्तान ने 133 रन का टारगेट दिया था। ऑस्ट्रेलिया ने यह लक्ष्य 20.1 ओवर में ही हासिल कर लिया था।
1998 में मुश्ताक की शादी हुई थी
मुश्ताक ने रौनक कपूर के शो 'बियॉन्ड द फील्ड' में फैंस के सवाल पर कहा, ‘‘हां, यह बात सही है। 1998 में मेरी शादी हुई थी। पत्नी लंदन में ही रहती थी और 1999 वर्ल्ड कप में वे मेरे साथ ही होटल में रुकी हुई थीं। मेरा सेट पैटर्न था कि मैं दिन में प्रोफेशनल की तरह हार्ड वर्क करता था। शाम का पूरा समय पत्नी को देता था। तभी अचानक उन्होंने कहा कि परिवार को वापस भेज दो। इस पर हेड कोच रिचर्ड पायबस से बात की।’’
मैनेजर और अधिकारी ने कई बार चैकिंग की, लेकिन कुछ नहीं मिला
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बिना मतलब की चीजें इस्तेमाल करने में विश्वास नहीं करता हूं। इस कारण मैंने वह फैसला माना ही नहीं। मैनेजर और कोच के साथ कई खिलाड़ी भी चेक करने और बात करने के लिए रूम में आते थे। एक बार किसी के दरवाजा खटखटाने पर मैंने पत्नी को अलमारी में छिपा दिया था। तभी मैनेजर और एक अधिकारी आया। उन्हें रूम में कुछ नहीं मिला। तभी अजहर महमूद और यूसुफ कमरे में आ गए। उन्हें शक हुआ और हम पकड़े गए। तभी मैंने पत्नी को भी बाहर निकाल लिया था।’’
फाइनल में मुश्ताक ने एक विकेट लिया था
मुश्ताक ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4.1 ओवर में 21 रन देकर एक विकेट लिया था। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 49 टेस्ट में 208 और 169 वनडे में 288 विकेट लिए हैं।
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