कोरोना के कारण पूरी दुनिया में क्लब क्रिकेट लगभग बंद है। इंग्लैंड में भी इसकी शुरुआत नहीं हुई है। प्रधानमंत्रीबोरिस जॉनसन अभी क्लब क्रिकेट को शुरू करने के पक्ष में नहीं हैं। वहीं हमारे देश में ट्रेनिंग तक शुरू नहीं हो सकी है। इस बीच जर्मनी में एक महीने से क्लब क्रिकेट खेला जा रहा है। हालांकि यहां वनडे के आयोजन बंद है। इस कारण टी-20 लीेग के मुकाबले खेले जा रहे हैं।
देश के 16 में से 14 राज्यों में क्रिकेट शुरू हो चुका है। मैच को घरेलू मैदान पर ही कराया जा रहा है, ताकि खिलाड़ियों को अधिक ट्रैवल ना करना पड़े। जर्मनी में क्रिकेट को कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स में शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में इसके आयोजन को मंजूरी मिल चुकी है।
खेल से कोरोना फैलने का अंदेशा नहीं
जर्मनी क्रिकेट फेडरेशन के चीफ एक्जीक्यूटिव ब्रायन मेंटले ने कहा, ‘हमारे विशेषज्ञों ने बताया कि खेल से कोरोना के फैलने का अंदेशा नहीं है। हमारे यहां खेल को नॉन-कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स में शामिल किया गया है। इस कारण हमें खेलने की अनुमति है। हमने आयोजन के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का नियम भी बनाया है।’
देश में क्रिकेट का चलन बढ़ रहा है। यहां खिलाड़ी अधिकतर हेलमेट चेंज करते हैं। लेकिन अब इसमें बदलाव आया है। अब हेलमेट को दूसरे खिलाड़ी को देने से पहले सैनिटाइज किया जाता है। हर ओवर के बाद अंपायर गेंद को सैनिटाइज करते हैं। विकेटकीपर को स्टंप के पास से कीपिंग की इजाजत नहीं है। जर्मनी में कोरोना के लगभग एक लाख 96 हजार केस हैं।
अफगानिस्तान के लोग बढ़ने से हुआ फायदा
मेंटल ने कहा कि देश में अफगानिस्तान के शरणार्थियों के बढ़ने से क्रिकेट को बढ़ावा देने में काफी सहयाेग मिला। 6 साल में क्लबों की संख्या 70 से बढ़कर 370 हो गई है। महिला क्रिकेट में भी बढ़ोतरी हुई। इंटरनेशनल टी-20 रैंकिंग की बात की जाए तो महिलाओं की रैंकिंग 27 जबकि पुरुषों की 33 है।
उन्होंने कहा कि 2026 टी-20 वर्ल्ड कप में टीमों की संख्या को 20 किया जा सकता है। ऐसे में हमारे वर्ल्ड कप खेलने की उम्मीद बढ़ जाएगी। मेंटले ने कहा कि देश में अभी अधिकतर फुटबॉल के मैदान हैं। हम जल्द देश में पहला इंटरनेशनल स्तर का ग्राउंड बनाने जा रहा हैं, ताकि टी-20 इंटरनेशनल मैच का आयोजन किया जा सके।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
0 Comments