10 दिन में खेल जगत में 5वीं मौत; स्विटजरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन, 100 से ज्यादा मैच खेल चुके

10 दिन में खेल जगत में 5वीं मौत; स्विटजरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन, 100 से ज्यादा मैच खेल चुके
दुनियाभर के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का कहर खेल जगत में भी जारी है। इसके कारण 10 दिन में 5 दिग्गजों की मौत हो चुकी है। बुधवार को स्विटजरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन हो गया। वे 79 साल के थे। 1964 विंटर ओलिंपिक खेल चुके शैपो ने अपने देश के लिए 100 से ज्यादा मैच खेले हैं। इससे पहले फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60), इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71), फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) और पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान (95) भी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।
इंटरनेशनल आइस हॉकी फेडरेशन (आईआईएचएफ) ने कहा, शैपो दो हफ्ते पहले ही अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। यहां उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला था। तबीयत में सुधार होने के बाद 1 अप्रैल को ही उन्हें घर लाया गया था। फिर अचानक उनकी हालत गंभीर हो गई और उनका निधन हो गया। शैपो 60 के दशक में बेस्ट सेंटर खिलाड़ी थे। वे 1964 में स्विस क्लब एचसी विलर्स के लिए खेलते थे। इस सीजन में उन्होंंने स्विस लीग में सबसे ज्यादा गोल दागे थे।
बर्नार्ड ने डिप्रेशन के कारण सुसाइड किया
रीम्स क्लब के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज कोरोना से संक्रमित होने के बाद डिप्रेशन में आ गए थे। इसके बाद उन्होंने 5 अप्रैल को सुसाइड कर लिया था। बर्नार्ड ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उन्होंने खुद के कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी थी। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुए थे।
सबसे पहले आजम खान की मौत हुई
कोविड-19 के कारण 31 मार्च को डेविड हॉजकिस और फ्रांस के पेप दिऑफ की मौत हुई थी। इससे पहले 28 मार्च को पाकिस्तानी स्क्वैश लेजेंड आजम खान का निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था।



रोजर शैपो 1964 में स्विस क्लब एचसी विलर्स के लिए खेलते थे। इस सीजन में वे लीग में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी थे।

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